बड्रहिया एक गौरवशाली अतित

कभी अपराधियों के विश्वविद्यालय नाम से
मशहूर बड़हिया थाना क्षेत्र में दर्जन भर
आपराधिक गिरोह सक्रिय थे तथा 80 एवं 90
के दशक में गैंगवार में प्रत्येक महीने दर्जन भर
हत्याएं थाना क्षेत्र की आम घटना रहती थी।
परंतु सामाजिक स्तर पर हुए प्रयास तथा चुस्त-
दुरूस्त कानून व्यवस्था के कारण कई
अपराधी सरगना अपराध की दुनिया को बाय-
बाय करके खेती व पशुपालन में अपनी चमक बिखेर
रहे हैं। चुस्त-दुरूस्त कानून व्यवस्था के कारण
बड़हिया थाना क्षेत्र में अपराध की घटनाओं में
लगातार हो रही कमी से क्षेत्र के लोगों में
काफी सुकून है। विगत तीन वर्षों के ग्राफ
को देखें तो बड़हिया में आपराधिक घटनाओं में
लगातार कमी हो रही है। वर्ष 2008 में
जहां बड़हिया थाना में कुल 293 मामले दर्ज हुए
वहीं 2009 में कांडों की संख्या घटकर 227
हो गई। 2010 में 184 मामले दर्ज हुए
वहीं 2011 में मात्र 134 मामले
ही बड़हिया थाना में दर्ज हुए। इससे क्षेत्र में
अपराध की घटना में हो रही कमी का संकेत
मिलता है। इस संबंध में बड़हिया थानाध्यक्ष
आरपी वर्मा ने बताया कि वर्ष 2011 में
मात्र तीन दर्जन मामले ही काफी संगीन है।
पुलिस अपराध नियंत्रण हेतु कटिबद्ध है।
विगत तीन वर्षों से बड़हिया थाना क्षेत्र में
अपराध के ग्राफ में लगातार कमी दर्ज हुई है।
जिससे आम लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास
बढ़ा है तथा कई पुराने आपराधिक प्रवृति के
लोग समाज की मुख्य धारा से जुड़कर स्वच्छ व
भयमुक्त समाज के निर्माण में अपना योगदान दे
रहे हैं जो एक नए सूर्योदय का संकेत दे रहा है।

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